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Kantilal Suthar

Maa तुम मुझे छोड़ के जाओगे तो मर जाऊँगा

 Aaj ka Blog Maa K Naam kantilal suthar

Raste Ka Bhoot Story In Hindi

Kantilal suthar एक लड़का दिल्ली की किसी फैक्ट्री में सफाई का काम किया करता था। उसके घर से फैक्ट्री करीब पांच किलोमीटर दूर थी। वो हमेशा अपनी साइकिल से ही फैक्ट्री जाता था। रोज की ही तरह आज भी वो घर से फैक्ट्री के लिए निकला। उसे रास्ते में पड़ने वाले एक चौराहे पर एक लड़की दिखी, जो उसे गुस्से में घूर रही थी। लड़के ने भी उसे देखा और फिर मुंह फेरकर फैक्ट्री चला गया। रवि नाम का एक लड़का दिल्ली की किसी फैक्ट्री में सफाई का काम किया करता था। उसके घर से फैक्ट्री करीब पांच किलोमीटर दूर थी। वो हमेशा अपनी साइकिल से ही फैक्ट्री जाता था। रोज की ही तरह आज भी वो घर से फैक्ट्री के लिए निकला। उसे रास्ते में पड़ने वाले एक चौराहे पर एक लड़की दिखी, जो उसे गुस्से में घूर रही थी। लड़के ने भी उसे देखा और फिर मुंह फेरकर फैक्ट्री चला गया। अगले दिन भी सुबह वो लड़की उसी जगह पर खड़ी थी और रवि को घूर रही थी। उसने पलटकर लड़की को नहीं देखा और सीधे अपने काम पर चला गया। रोजाना इसी तरह हफ्ते भर वो लड़की चौराहे पर खड़ी होकर रवि को घूरती थी और रवि उसे अनदेखा करके फैक्ट्री चला जाता था। करीब सात दिन बाद जब रवि फैक्ट्री जा र

एक अरसे बाद फिर लिखने की कोशिश शुरू हो गई है.

Kantilal suthar   सभी प्रकार से क्षमा-याचना कर उन सभी से निवेदन करूंगा कि यह जिंदगी है, जो काफी उलझनों का ताना-बाना लिए हमें विवशता के भंवर में डुबो देती है, जिससे उबरने में वक्त लगता है. खैर, वक्त कितना भी बुरा हो, आखिर गुजर ही जाता है. सो एक अरसे बाद फिर लिखने की कोशिश शुरू हो गई है. देर आए, दुरुस्त आए…, यह कहावत बहुत मामलों में सही हो सकता है  तक़रीबन दो हफ्ते पहले की बात है, मेरे फेसबुक पेज पर एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आया। रिक्वेस्ट चाहे किसी का हो, मैं स्वीकार जरूर करता हूं। हां, एकबार प्रोफाइल अवश्य देखता हूं। फ़िल्म, साहित्य, मीडिया और अन्य रचनात्मक कार्यों से जुड़े लोगों के फ्रेंड रिक्वेस्ट तो मैं बिना सोचे-समझे एक्सेप्ट करता हूं।  वही हुआ, जो मेरे साथ अक्सर होता है, मतलब दिल्ली की गलियों में श्यामलीला । जाना था जापान, पहुंच गए चीन यानी स्टूडियो सफ़दर की उलटी दिशा में आ गया था। फिर उन्होंने सही रास्ता बताया तो यही कुछेक पांच-सात मिनटों में स्टूडियो पहुंच गया। “थैंक गॉड” बोलते हुए मैंने रिक्शे का भाड़ा चुकाया और लगे हाथ कन्फर्म करने की गरज से पास खड़े एक सज्जन से पूछा ‘स्टूडियो यही है न

Ramayan(Ramayan hi kiyu or koi kiu naam nahi)

  Part. 04 वाल्मीकि रामायण के बाद राम के जीवन पर रामचरितमानस 16 वीं शताब्दी के भारतीय भक्ति कवि गोस्वामी तुलसीदास (1532-1623) द्वारा रचित अवधी भाषा में एक महाकाव्य कविता है। रामचरितमानस शब्द का शाब्दिक अर्थ है “राम के कर्मों की झील”। वर्तमान में इसे हिंदी साहित्य की सबसे बड़ी कृतियों में से एक माना जाता है। Click on link : Ram ji ka Drass Buy on Amazon  यज्ञ समाप्ति के बाद ऋषि ने दशरथ की तीनों पत्नियों को एक-एक कटोरी खीर खाने को दी। खीर खाने के कुछ महीनों बाद ही तीनों रानियाँ गर्भवती हो गयीं। ठीक 9 महीनों बाद राजा दशरथ की सबसे बड़ी रानी कौशल्या ने राम को ( राम भगवान विष्णु के सातवें अवतार थे), कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने जुड़वा बच्चों लक्ष्मण और शत्रुघ्न को जन्म दिया। मित्रों यह पोस्ट Ramayan (Ramayan hi kiyu or koi kiu naam nahi) part.4 आपको कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें और Ramayan (Ramayan hi kiyu or koi kiu naam nahi) part.5 की तरह की पोस्ट के लिये इस ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें और इसे शेयर भी करें।

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  part.  4 रामायण संकलन है राम के जीवनकाल से जुड़ी घटनाओं का जिसमें गुरू शिक्षा, विवाह, वनवास, मित्रता, युद्ध, अग्नि परीक्षा, विछोह, परित्याग, अविश्वास, मान-अपमान, जीत, दुख, दीवाली और जलसमाधि तक का जीवंत चित्रण पढ़ने को मिलता है। राम एक ऐसा चरित्र है जिसका जीवन मर्यादा, मूल्यों, सीख, और मानवीय एहसासों से भरा रहा।. रामायण कथा |  राम के लिए पिता के शब्द पत्थर की लकीर थे। गुरु के वचन अमल करने योग्य , माताओं का दुलार बांटने योग्य , भाईयों के प्रति दुलार था, हनुमान के लिए मित्रता और सीता के प्रति अथाह प्रेम था। राम में वह सभी गुण थे जो किसी भी अच्छे चरित्रवान व्यक्ति /मनुष्य में हो सकते हैं। राम का चरित्र हमें जीवन को मर्यादाओं में रह कर जीने की सीख भी देता है।. रामायण कथा | Ramayan   मित्रों यह पोस्ट Ramayan (Ramayan hi kiyu or koi kiu naam nahi) part.5 आपको कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें और Ramayan (Ramayan hi kiyu or koi kiu naam nahi) part.5 की तरह की पोस्ट के लिये इस ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें और इसे शेयर भी करें।

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  यह मात्र पाठको की सहायता के लिये इंटरनेट पर मौजूद ओपन सोर्स से लिया गया है। अगर किसी को इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी blog से कोई भी परेशानी हो तो हमें kantilalsutharhyd@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं, हम तुरंत ही उस पोस्ट को अपनी वेबसाइट से हटा देंगे। रामायण संकलन है राम के जीवनकाल से जुड़ी घटनाओं का जिसमें गुरू शिक्षा, विवाह, वनवास, मित्रता, युद्ध, अग्नि परीक्षा, विछोह, परित्याग, अविश्वास, मान-अपमान, जीत, दुख, दीवाली और जलसमाधि तक का जीवंत चित्रण पढ़ने को मिलता है। राम एक ऐसा चरित्र है जिसका जीवन मर्यादा, मूल्यों, सीख, और मानवीय एहसासों से भरा रहा।.  रामायण -कथा हिन्दू शास्त्रों के अनुसार भगवान राम, विष्णु के मानव अवतार थे। इस अवतार का उद्देश्य मृत्युलोक में मानवजाति को आदर्श जीवन के लिये मार्गदर्शन देना था। अन्ततः श्रीराम ने राक्षस जाति के राजा रावण का वध किया और धर्म की पुनर्स्थापना की।रामायण प्राचीन भारत का एक अतिलोकप्रिय महाकाव्य ग्रंथ हैं। रामायण की मूल रचना महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा में की थी, बाद में तुलसीदास ने इन छन्दों की रचना हिन्दी में रामचरितमानस के रूप में की।

Ramayan(Ramayan hi kiyu or koi kiu naam nahi) part.2

यह मात्र पाठको की सहायता के लिये इंटरनेट पर मौजूद ओपन सोर्स से लिया गया है। अगर किसी को इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी blog से कोई भी परेशानी हो तो हमें kantilalsutharhyd@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं, हम तुरंत ही उस पोस्ट को अपनी वेबसाइट से हटा देंगे। रामायण-कथा हिन्दू शास्त्रों के अनुसार भगवान राम, विष्णु के मानव अवतार थे। इस अवतार का उद्देश्य मृत्युलोक में मानवजाति को आदर्श जीवन के लिये मार्गदर्शन देना था। अन्ततः श्रीराम ने राक्षस जाति के राजा रावण का वध किया और धर्म की पुनर्स्थापना की।रामायण प्राचीन भारत का एक अतिलोकप्रिय महाकाव्य ग्रंथ हैं। रामायण की मूल रचना महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा में की थी, बाद में तुलसीदास ने इन छन्दों की रचना हिन्दी में रामचरितमानस के रूप में की। रामायण में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के चारित्रिक गुणों और बुराई पर अच्छाई की जीत की विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी है। रामायण में लिखे गये मानवीय मूल्यों को पढ़कर भारतवासी इसे श्रद्धा और आदर की दृष्टि से देखते हैं।. रामायण हिन्दू रघुवंश के राजा राम की गाथा है। । यह आदि कवि वाल्मीकि द्वारा लिखा गया संस्कृत

Ramayan(Ramayan hi naam kiyu or koi naam kiyu nahi)

  Ramayan (Ramayan hi kiu or koi naam kiyo nahi) दोस्तों मेरा नाम  कांतिलाल सुथर है। Part no.1 रामायण प्राचीन भारत का एक अतिलोकप्रिय महाकाव्य हैं। रामायण का मतलब है अयोध्या के राजा दशरथ के ज्येष्ठ पुत्र राम की सम्पूर्ण जीवनगाथा। रामायण की मूल रचना महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा में की थी, बाद में तुलसीदास ने इन छन्दों की रचना हिन्दी में  रामचरितमानस के रूप में  की। रामायण में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के चारित्रिक गुणों और बुराई पर अच्छाई की जीत की विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी है। रामायण में लिखे गये मानवीय मूल्यों को पढ़कर भारतवासी इसे श्रद्धा और आदर की दृष्टि से देखते हैं।  यह हिंदु धर्म का सबसे पवित्र धर्म ग्रन्थ माना जाता है। भारत के अधिकांश मंदिरों में सुबह और शाम रामायण की चौपाइयां बड़े ही भक्ति भाव से गायी जाती है। click on link . war of Lanka(Book of Amazon)   (Ramayan hi kiu or koi naam kiyo nahi) अगला भाग जल्द ही अगले ब्लॉग पर आ रहा है. यह मात्र पाठको की सहायता के लिये इंटरनेट पर मौजूद ओपन सोर्स से लिया गया है। अगर किसी को इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी blog से कोई भी परे