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Ramayan(Ramayan hi kiyu or koi kiu naam nahi) part.2

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रामायण-कथा हिन्दू शास्त्रों के अनुसार भगवान राम, विष्णु के मानव अवतार थे। इस अवतार का उद्देश्य मृत्युलोक में मानवजाति को आदर्श जीवन के लिये मार्गदर्शन देना था। अन्ततः श्रीराम ने राक्षस जाति के राजा रावण का वध किया और धर्म की पुनर्स्थापना की।रामायण प्राचीन भारत का एक अतिलोकप्रिय महाकाव्य ग्रंथ हैं। रामायण की मूल रचना महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा में की थी, बाद में तुलसीदास ने इन छन्दों की रचना हिन्दी में रामचरितमानस के रूप में की। रामायण में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के चारित्रिक गुणों और बुराई पर अच्छाई की जीत की विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी है। रामायण में लिखे गये मानवीय मूल्यों को पढ़कर भारतवासी इसे श्रद्धा और आदर की दृष्टि से देखते हैं।.



रामायण हिन्दू रघुवंश के राजा राम की गाथा है। । यह आदि कवि वाल्मीकि द्वारा लिखा गया संस्कृत का एक अनुपम महाकाव्य, स्मृति का वह अंग है। इसे आदिकाव्य[1] तथा इसके रचयिता महर्षि वाल्मीकि को ‘आदिकवि’ भी कहा जाता है। रामलीला का भव्य मंचन भारत के अलावा विदेशों में भी किया जाता है। प्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू बड़े रोचक अंदाज में राम कथा के दृष्टांतों का वर्णन करते है जिसे दुनिया भर के करोड़ों लोग प्रतिदिन श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ देखते हैं।. 

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